-
शीर्ष समाचार |
-
मेरा शहर |
- महाकुंभ |
- मेरा गुजरात |
- मनोरंजन |
- भारत |
- खेल |
-
टेक |
-
गैजेट्स |
-
इनोवेशन |
-
सॉफ्टवेयर और ऐप्स |
-
एजुकेशन |
- दुनिया |
- More
- Game/खेल
चौंकाने वाला! यूपी के जंगल में मादा तेंदुआ मृत मिली, नर तेंदुए पर शक
- Reporter 12
- 09 Apr, 2025
उत्तर प्रदेश के एक वन क्षेत्र से चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मादा तेंदुए का शव मिला है। वन विभाग की शुरुआती जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि मादा तेंदुए की मौत किसी अन्य नर तेंदुए के हमले में हुई हो सकती है। इतना ही नहीं, शव के कुछ हिस्से खाए जाने के भी संकेत मिले हैं, जिससे आशंका और गहरा गई है।
घटना का स्थान और विवरण
यह घटना यूपी के पिलीभीत टाइगर रिज़र्व के पास स्थित जंगल की है, जहां गश्त के दौरान वन विभाग की टीम को झाड़ियों के बीच मादा तेंदुए का आंशिक रूप से क्षत-विक्षत शव मिला। शव को देखकर स्पष्ट था कि हमला बेहद हिंसक था और शरीर के कई हिस्से गायब थे।
वन अधिकारियों ने तत्काल इलाके को घेरकर फॉरेंसिक टीम को सूचित किया। शव की स्थिति देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि मादा तेंदुए की मौत 24 से 36 घंटे पहले हुई होगी।
संभव कारण: क्या नर तेंदुए ने ही की हत्या?
वन विशेषज्ञों के अनुसार, तेंदुओं के बीच क्षेत्रीय वर्चस्व को लेकर अक्सर घातक संघर्ष होते हैं। विशेष रूप से नर तेंदुए, अपने इलाके की रक्षा के लिए हिंसक हो सकते हैं और कभी-कभी मादा तेंदुए को भी निशाना बना सकते हैं, खासकर अगर वह दूसरे नर के साथ संपर्क में हो।
कुछ रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि नर तेंदुए, शावकों को मारने के लिए मादा पर हमला कर सकते हैं, ताकि वह दोबारा गर्भधारण के लिए तैयार हो जाए। हालांकि, शव पर शावकों की मौजूदगी नहीं मिली है।
शव के हिस्से खाए जाने की आशंका
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि शव के कुछ हिस्से जैसे गर्दन, पिछले पैर और पेट का कुछ भाग पूरी तरह से गायब था। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि हमलावर तेंदुआ न केवल उसे मार गया, बल्कि उसका कुछ हिस्सा खा भी गया।
हालांकि, विशेषज्ञ यह भी कह रहे हैं कि संभव है शव पर बाद में किसी और मांसाहारी जानवर जैसे लकड़बग्घा, भेड़िया या सियार ने हमला किया हो। शव का पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई स्पष्ट हो पाएगी।
वन विभाग की प्रतिक्रिया
वन संरक्षक (DFO) ने कहा,
"हम मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। क्षेत्र में कैमरा ट्रैप लगाए जा रहे हैं ताकि देखा जा सके कि किस तेंदुए की गतिविधियां आसपास रही हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक विश्लेषण के बाद ही हत्या के सही कारणों का पता चलेगा।"
क्या यह आम है?
तेंदुओं में आपसी संघर्ष कोई असामान्य घटना नहीं है। हालांकि, किसी तेंदुए द्वारा दूसरे तेंदुए को मारकर खाने की घटनाएं बेहद दुर्लभ होती हैं। इससे पहले कुछ राज्यों में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन वे अपवाद ही रहे हैं।
निष्कर्ष
मादा तेंदुए की रहस्यमयी और हिंसक मौत ने वन्यजीव विशेषज्ञों और पर्यावरण प्रेमियों को चिंतित कर दिया है। यह घटना न केवल तेंदुओं के व्यवहार को लेकर नए सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि वन क्षेत्र में इन शिकारियों के बीच प्रतिस्पर्धा कितनी खतरनाक हो सकती है।
आने वाले दिनों में पोस्टमॉर्टम और कैमरा ट्रैप फुटेज से घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सकती है। तब तक यह मामला रहस्य बना हुआ है कि क्या यह जंगल का कानून था... या कुछ और?
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *

