-
शीर्ष समाचार |
-
मेरा शहर |
- महाकुंभ |
- मेरा गुजरात |
- मनोरंजन |
- भारत |
- खेल |
-
टेक |
-
गैजेट्स |
-
इनोवेशन |
-
सॉफ्टवेयर और ऐप्स |
-
एजुकेशन |
- दुनिया |
- More
- Game/खेल
शोएब अख्तर: बचपन में थे दिव्यांग, 9 साल की उम्र में हुआ चमत्कार, फिर संत की भविष्यवाणी हुई सच
- Repoter 11
- 11 Feb, 2025
शोएब अख्तर, जिन्हें "रावलपिंडी एक्सप्रेस" के नाम से जाना जाता है, क्रिकेट इतिहास के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक हैं। उनकी रफ्तार और आक्रामकता ने बल्लेबाजों को डराने का काम किया, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि उनका बचपन संघर्षों से भरा था।
शोएब अख्तर का कठिन बचपन
13 अगस्त 1975 को पाकिस्तान के रावलपिंडी में जन्मे शोएब अख्तर जन्म से ही दिव्यांग थे। उनके पैर कमजोर थे, और डॉक्टरों ने उनके माता-पिता को कहा था कि उनका बेटा शायद ही कभी सामान्य रूप से चल पाएगा। यह खबर परिवार के लिए दिल तोड़ने वाली थी, लेकिन उनकी माँ ने हार नहीं मानी।
9 साल की उम्र में हुआ चमत्कार
शोएब अख्तर का जीवन 9 साल की उम्र में बदल गया जब एक चमत्कारी घटना हुई। एक संत ने उनके माता-पिता को बताया कि उनका बेटा एक दिन इतिहास रचेगा। संत की भविष्यवाणी के कुछ ही समय बाद, शोएब के पैर धीरे-धीरे मजबूत होने लगे और वह चलने-फिरने लगे। यह उनके परिवार के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं था।
क्रिकेट की ओर बढ़ता कदम
शोएब अख्तर के अंदर कुछ बड़ा करने की आग थी। अपने संघर्षों को पीछे छोड़ते हुए, उन्होंने क्रिकेट में अपना करियर बनाने की ठानी। वे बचपन से ही तेज गेंदबाजी के दीवाने थे। उन्होंने खुद को मजबूत करने के लिए खूब मेहनत की और अपनी रफ्तार को लगातार बढ़ाते रहे।
संत की भविष्यवाणी हुई सच
जिस संत ने शोएब अख्तर के भविष्य के बारे में बताया था, उनकी बात आखिरकार सच साबित हुई। शोएब अख्तर ने 1997 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम में डेब्यू किया और उसके बाद दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज बने। उन्होंने 161.3 किमी/घंटा की स्पीड से गेंद फेंककर क्रिकेट इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया।
संघर्ष से सफलता तक
शोएब अख्तर की कहानी हमें यह सिखाती है कि मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर कोई भी व्यक्ति असंभव को संभव बना सकता है। एक समय जो बच्चा ठीक से चल भी नहीं सकता था, उसने पूरी दुनिया में अपनी तेज गेंदों से तहलका मचा दिया। उनकी कहानी प्रेरणा से भरी हुई है और यह दिखाती है कि अगर आप में कुछ कर दिखाने की लगन है, तो कोई भी मुश्किल आपको रोक नहीं सकती।
क्या आपको शोएब अख्तर की यह प्रेरणादायक कहानी पसंद आई? हमें कमेंट में जरूर बताएं!
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *

