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सही एंगल और पैराशूट टाइमिंग: अंतरिक्ष यान की सुरक्षित वापसी का राज
- Reporter 21
- 17 Mar, 2025
अंतरिक्ष में जाने और सुरक्षित वापस लौटने की प्रक्रिया विज्ञान और तकनीक का अद्भुत मिश्रण होती है। स्पेसक्राफ्ट (अंतरिक्ष यान) जब पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश करता है, तो इसकी गति और कोण (एंगल) का सटीक होना अत्यंत आवश्यक होता है। यदि स्पेसक्राफ्ट के एंगल में थोड़ी भी चूक होती है, तो यह वायुमंडल में अत्यधिक घर्षण (फ्रिक्शन) के कारण जल सकता है। इसके अलावा, सुरक्षित लैंडिंग के लिए सभी 6 पैराशूट्स का सही समय पर खुलना भी जरूरी है।
पुनः प्रवेश के दौरान एंगल क्यों महत्वपूर्ण है?
जब कोई स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी के वायुमंडल में वापस आता है, तो इसकी गति लगभग 28,000 किमी/घंटा तक हो सकती है। इस गति से जब यान वायुमंडल में प्रवेश करता है, तो हवा के घर्षण के कारण अत्यधिक गर्मी उत्पन्न होती है। अगर स्पेसक्राफ्ट का कोण बहुत तीव्र (शार्प एंगल) होगा, तो यह तेजी से वायुमंडल में प्रवेश करेगा और घर्षण के कारण जल सकता है। वहीं, अगर एंगल बहुत कम होगा, तो यह वायुमंडल से टकराकर पुनः अंतरिक्ष में चला जाएगा, जिससे मिशन विफल हो सकता है।
सही एंगल कैसे बनाए रखते हैं?
- हीट शील्ड (Heat Shield): स्पेसक्राफ्ट में एक विशेष हीट शील्ड लगाई जाती है, जो पुनः प्रवेश के दौरान उत्पन्न गर्मी को सहन कर सके।
- ऑटोपायलट सिस्टम: आधुनिक यानों में कंप्यूटर नियंत्रित ऑटोपायलट सिस्टम होता है, जो स्पेसक्राफ्ट का एंगल स्थिर बनाए रखने में मदद करता है।
- रिएक्शन कंट्रोल थ्रस्टर्स: यह छोटे इंजन होते हैं, जो यान की दिशा और कोण को नियंत्रित करते हैं।
पैराशूट का सही समय पर खुलना क्यों जरूरी है?
स्पेसक्राफ्ट की लैंडिंग प्रक्रिया में पैराशूट एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने के बाद स्पेसक्राफ्ट की गति बहुत अधिक होती है, जिसे धीरे-धीरे कम करने की आवश्यकता होती है। यह कार्य मल्टी-स्टेज पैराशूट सिस्टम द्वारा किया जाता है।
- ड्रग पैराशूट (Drogue Parachutes) – सबसे पहले छोटे पैराशूट खुलते हैं, जो स्पेसक्राफ्ट की गति को कम करने में मदद करते हैं।
- मुख्य पैराशूट (Main Parachutes) – फिर बड़े पैराशूट खुलते हैं, जो गति को और अधिक नियंत्रित करके एक सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करते हैं।
- फाइनल ब्रेकिंग सिस्टम – अंतिम क्षणों में स्पेसक्राफ्ट के नीचे लगे एयरबैग या रेट्रो-रॉकेट्स का उपयोग किया जाता है ताकि झटके को कम किया जा सके।
पैराशूट फेल होने पर क्या होगा?
यदि किसी कारणवश सभी पैराशूट समय पर नहीं खुलते हैं, तो स्पेसक्राफ्ट की गति नियंत्रित नहीं हो पाएगी, जिससे यह धरती से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है। इसी वजह से वैज्ञानिक हमेशा बैकअप पैराशूट सिस्टम तैयार रखते हैं, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
नतीजा
स्पेसक्राफ्ट की सुरक्षित वापसी के लिए सही एंगल और पैराशूट सिस्टम का सटीक संचालन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। अत्यधिक गर्मी से बचने के लिए पुनः प्रवेश का कोण सही होना चाहिए और सुरक्षित लैंडिंग के लिए सभी 6 पैराशूट समय पर खुलने चाहिए। अंतरिक्ष अभियानों की सफलता इन्हीं तकनीकी गणनाओं और सावधानियों पर निर्भर करती है।
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