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दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों की नई रैंकिंग: टॉप 10 से बाहर हुआ भारत

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दुनिया में शक्तिशाली देशों की रैंकिंग हमेशा चर्चा का विषय रहती है। हाल ही में जारी ग्लोबल पावर इंडेक्स 2024 में कुछ बड़े बदलाव देखने को मिले हैं, जिसमें भारत को टॉप 10 से बाहर होना पड़ा है। वहीं, चीन और पाकिस्तान की स्थिति भी काफी दिलचस्प रही। इस रैंकिंग में देशों की सैन्य शक्ति, आर्थिक स्थिति, वैश्विक प्रभाव और कूटनीतिक ताकत को ध्यान में रखा गया है। आइए जानते हैं इस रिपोर्ट की पूरी जानकारी।

नई रैंकिंग में कौन-कौन से देश शामिल?

इस साल की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के टॉप 10 सबसे शक्तिशाली देशों की सूची में अमेरिका, चीन, रूस, जापान और जर्मनी जैसे देश प्रमुख स्थानों पर हैं। भारत, जो पहले टॉप 10 में शामिल था, इस बार इस सूची से बाहर हो गया है।

टॉप 10 सबसे शक्तिशाली देश (2024)

  1. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) – दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सैन्य ताकत के कारण पहले स्थान पर।
  2. चीन – मजबूत अर्थव्यवस्था और सैन्य विस्तार के चलते दूसरा स्थान।
  3. रूस – सैन्य शक्ति और प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता के कारण तीसरे स्थान पर।
  4. जर्मनी – यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के साथ चौथे स्थान पर।
  5. यूनाइटेड किंगडम (UK) – वैश्विक प्रभाव और सैन्य क्षमता के कारण पांचवें स्थान पर।
  6. फ्रांस – रक्षा बजट और कूटनीतिक ताकत के कारण छठे स्थान पर।
  7. जापान – तकनीकी और आर्थिक ताकत के कारण सातवें स्थान पर।
  8. सऊदी अरब – तेल भंडार और आर्थिक प्रभाव के चलते आठवें स्थान पर।
  9. दक्षिण कोरिया – तकनीकी विकास और मजबूत रक्षा नीति के कारण नौवें स्थान पर।
  10. इटली – यूरोप की महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था और सैन्य शक्ति के कारण दसवें स्थान पर।

भारत की स्थिति: टॉप 10 से बाहर क्यों?

भारत, जो पहले टॉप 10 की सूची में शामिल था, इस बार 11वें स्थान पर आ गया है। इसके पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण हैं:

  • अर्थव्यवस्था की धीमी गति – हाल ही में वैश्विक मंदी और व्यापार अस्थिरता के कारण भारत की आर्थिक ग्रोथ पर असर पड़ा है।
  • रक्षा बजट और सैन्य आधुनिकीकरण – हाल के वर्षों में रक्षा क्षेत्र में निवेश बढ़ा है, लेकिन चीन और अमेरिका जैसी महाशक्तियों की तुलना में यह अब भी कम है।
  • राजनीतिक और कूटनीतिक प्रभाव – वैश्विक स्तर पर भारत की कूटनीतिक स्थिति मजबूत हो रही है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अभी भी चुनौतियां बनी हुई हैं।
  • भू-राजनीतिक तनाव – पाकिस्तान और चीन के साथ बढ़ते तनाव के चलते भारत की रैंकिंग प्रभावित हुई है।

चीन और पाकिस्तान की स्थिति

चीन

चीन इस सूची में दूसरे स्थान पर बना हुआ है। उसकी आर्थिक शक्ति, सैन्य आधुनिकीकरण और वैश्विक निवेश योजनाओं (जैसे बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव) के कारण उसकी स्थिति मजबूत बनी हुई है।

पाकिस्तान

पाकिस्तान इस सूची में काफी नीचे है और टॉप 20 में भी जगह नहीं बना पाया। इसके पीछे कमजोर अर्थव्यवस्था, राजनीतिक अस्थिरता और वैश्विक प्रभाव की कमी जैसे कारण हैं।


भारत का टॉप 10 सबसे शक्तिशाली देशों की सूची से बाहर होना निश्चित रूप से चिंताजनक है, लेकिन आने वाले वर्षों में सुधार की काफी संभावनाएं हैं। यदि भारत अर्थव्यवस्था को और मजबूत करता है, सैन्य आधुनिकीकरण पर ध्यान देता है और वैश्विक कूटनीतिक प्रभाव बढ़ाता है, तो वह फिर से इस सूची में अपनी जगह बना सकता है।

आप इस रिपोर्ट पर क्या सोचते हैं? भारत को फिर से टॉप 10 में लाने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए? अपने विचार कमेंट में साझा करें!

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